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गांव वालों से मदद

जैसे ही शिखर और कपाली गांव की ओर जाने वाली पगडंडी पर जाते है तो कपाली एक दम से बोलता है

"ऐसा कैसे हो सकता है….

शिखर अभी थोड़ी देर पहले तो हम यहां से मकैनिक को लेकर गये थे यहां पर टायर पंचर की दुकान थी और अब यहां दूर दूर तक कुछ भी नही है। मुझे तो कुछ बहुत बड़ा झोल लग रहा है इतनी जल्दी कोई दूकान को कैसे हटा सकता है ।"

शिखर पहले से ही थोड़ा घबराया हुआ था तान्या और सोहन के गायब हो जाने से उसकी पागलों जैसी हालत थी अब ये देखकर उसे और भी घबराहट होने लगी।

"इसका मतलब वो मकैनिक भी.……?"

कपाली ने हां मे सिर हिलाया लेकिन कुछ बोला नहीं.. दोनों गाड़ी को फुल स्पीड पर भगाते हुए गांव वाले रास्ते पर चलते रहे, कम से कम 20 मिनट मे वो गाँव पहुंचे वहां जाकर उन्होंने देखा कुछ लोग पुरानी पगड़िया पहन कर बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर ताश खेल रहे थे और कुछ वहाँ बैठ कर हुक्का पी रहे थे, शिखर ने गाड़ी पास में ही लगा दी, कपाली ने कार से उतर कर पास जाकर पूछा।

"चचा ! हम लोग विद्यार्थी है राजस्थान घुमने जा रहे है हमे यहां के महल और किले देखने थे पर हमारी गाड़ी गांव के बाहर बने तिराहे पर अचानक से रुक गयी।"

तभी उनमें से एक बोला, "आ ग्या उस की फेट (चक्कर) मे" कपाली की बात पूरी नहीं हुयी थी उन्होंने पहले ही समझ लिया..

शिखर बोला, "मै समझा नही आप क्या कहना चाहते है।"

तभी दूसरा गांव वाला बोला, "बाबू!थेह को वहां रूकना नहीं चाहिए था वो जगह शापित है वहां से गुजरने वालों को कुछ अजीब सी आवाजें सुनाई देती है और कभी कभार कुछ दिख भी जाता है तभी तो रात मे कोई वहां नही जाता,  थेह वहां रूका होगा फेर एक आदमी आयो होगो उसनू महल का खंडहर देखन वास्ते बोला होगा। गाड़ी ठीक कराने वास्ते गांव की पगडंडी पर भेजा होगा जहां कभी भी कोई पंचर की दुकान नही है। वहां से तुम लोग मकैनिक ले गये होंगे।

एक और आदमी ने हुक्के से धुआँ उड़ाते हुवे कहा, सदियों से यही होता आ रहा है पहले जमाने मे लोग बैलगाड़ी में चलते तो पगडंडी पर बैलगाड़ी ठीक करने की दुकान थी अब पंचर की दुकान है।"

उनमें जो सबसे बुज़ुर्ग थे उन्होंने शिखर से पूछा, "बाबू सा ! थेह सारा ठीक तो हो ना कोई लापता तो ना है।"

जब ही शिखर को करंट सा लगा वो सोचने लगा कि इन्हें कैसे पता था कि हमारे दो दोस्त गायब है।

कपाली बोला, "हां बाबा हमे वहां एक चश्मा मिला जिसको लगाते ही हमारे दो दोस्तों को पता नहीं क्या दिखा वे उसके पीछे भागे ओर गायब हो गये।"

"बस बेटा यही तो ग़लत कर दिया आप लोगो ने वहां कि किसी भी चीज को छूना नही चाहिए था। वहां की कोई चीज छूते ही कुछ कुछ दिखाई देने लगता है कभी कुछ सुनाई देने लगता है और आदमी गायब हो जाते है बहुत से लोग वहां गायब हो गये है वैसे हमेशा ऐसा नहीं होता है ,

वहां पर बोर्ड भी लगा है कि यह जगह शापित है ओर यहां आना मना है शायद आप लोगों ने देखा नही हम सब ने सरकार का ध्यान भी इस ओर दिलाया था पर सरकार मानती ही नही कि यह जगह शापित है और ना ही कोई इधर आता है ।"

कपाली बोला, "आप लोगों को पता है कि यहां क्या घटित हुआ है "

सभी गांव वालों ने ना मे सिर हिला कर कहा कि हमे यो तो पता है कि यो किसी रानी को महल था पर उसके साथ कया हुआ क्या नहीं ये नही पता क्यूंकि रानी की फोटो तो महल मे लगी ही है। कोई कोई आकर बताता है कि कभी कभी उस तस्वीर की आंखें झपकती है लेकिन जब बाहर के लोग और न्यूज़ वाले आकर उसको देखते है कभी नहीं झपकी इसलिए वो लोग हमको झूंटा समझते हैं ।"

शिखर बोला, "ददू कोई उपाय है जिससे हम अपने खोये हुए दोस्तों को ढूंढ सके।"

सभी ने मना कर दिया अब कपाली ओर शिखर को जो आशा बंधी थी कि गांव वालों से कोई सहायता मिल जाए गी उस पर पानी फिर गया। दोनों का दिमाग चक्कर खाने लगा था ।

उन दोनों के सामने अब सोहन और तान्या को कैसे ढूंढे यही सब से बड़ा सवाल था दोनों माथे पर हाथ रखकर गाड़ी मे बैठ गये तभी कपाली शिखर से बोला,"शिखर गाड़ी फिर से खंडहर की तरफ मोड़ लो।"

शिखर प्रश्नवाचक नजरों से उसे देखने लगा उसे ऐसे देखते हुए देखकर कपाली बोला,"ऐसे मेरा मुंह क्या देख रहे हो जहां से हमारे साथ ये सिलसिला शुरू हुआ है हम वहीं जा कर ही इस गुत्थी को सुलझा सकते है हम देखेंगे आखिर क्या बला है वहाँ पर, और हमारे दोस्त कहाँ पर हैं ।

गाड़ी खंडहर की ओर चल दी। दोनों अपने आप को शांत करने की कोशिश कर रहे थे खासकर कपाली बार बार शिखर को शांति से सोचने के लिए बोल रहा था

उसे पता था हड़बड़ी मे उनके साथ भी दुर्घटना हो सकती थी। और शिखर गाड़ी बहुत अजीब चला रहा था, वो कई बार कच्ची सड़क से इधर उधर गाडी को उतार देते थे..

कुछ ही देर में वो दोनों महल के खंडहर के आगे खड़े थे। और दोनों सोच रहे थे आगे क्या करें…. . तभी कपाली बोला,

"शिखर तान्या सही कह रही थी चश्मे का ओर सोहन के गायब होने का कोई ना कोई कनेक्शन जरूर है क्यों कि जब सोहन गायब हुआ तो चश्मा वही जंगल मे रह गया जो तान्या को मिला फिर तान्या ने वो चश्मा पहना तो वो भी गायब हो गयी। इसका मतलब है कि तान्या तो गायब हो गयी पर चश्मा हो ना हो यही कही पर है और ये चश्मा ही बताएगा कि यहां पर क्या घटित हुआ है।"

शिखर के भी बात समझ आ जाती है अब उन दोनों ने ठान लिया था कि कुछ हो जाए अपने दोस्तों का पता लगाना ही है दोनों चश्मा ढूंढने उसी दिशा मे चल दिए जहां से उन्हें आखिरी बार तान्या की चीख सुनाई देती है और वो तान्या के पीछे खड़े थे ।

वो कार को वहीं छोड़ कर जंगल में उधर की तरफ ही चलने लगे वहाँ पहुँच कर थोड़ी सी खोज बीन के बाद उन्हें वो चश्मा एक पेड़ के पास मिल गया, जहाँ पर तान्या खड़ी हुयी थी,

कपाली ने चश्मे को उठा लिया.. और कपाली चश्मे को उलट पलट कर देखने लगा, "हां ये वही चश्मा है। कपाली ने उसको गौर से देखते हुवे कहा.. सुनो बड़ी सावधानी से हमें आगे की कार्यवाही करनी पड़ेगी।"

शिखर ने भी उसकी हां मे हां मिलाई, क्या बोलते हो हमको पहले महल चलना चाहिए

कपाली बोला, "देख शिखर मुझे लगता है ये चश्मा एक माध्यम है हमे वो सब महसूस करने और देखने का जो उस समय घटित हुआ है पर एक बात देखो जब हम इसे लगाते है और जो दिखाई देता है हमे उसके पास जाना नही है। हमको बहुत हिम्मत दिखानी होगी, जो दिखेगा उसको सच मान कर उसके पीछे नहीं जायेंगे.. क्यों कि सोहन को कुछ दिखा था शायद और वो उसकी ओर दौड़ा था। और वो गायब हो गया । इसी तरह तान्या का हाल हुआ वो भी कुछ देख या सुन रही थी तभी वो भी उसी दिशा की ओर भागी जहां से उसे कुछ सुनाई दे रहा था और वो भी गायब हो गयी । अब हमे एक एक कदम फूंक फूंक कर रखना है।

हाँ बिल्कुल.. लेकिन तान्या ने भी यहीं कहाँ था वैसे पर जब उसने लगाया तब वो चल दी थी आगे को शिखर ने उसको बताया..

हम दोनों ही इस चश्मे से देखेगे एक एक आँख से… और बिल्कुल चुपचाप देखेगे जो भी यह हमें दिखाता है । और हां मुझे लगता है यह एक रहस्यमय चश्मा है और यही वो चीज है जो लोगों को रहस्यमय तरीके से गायब करती है। "

दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ा और चश्मे को दोनों अपनी आंखों के पास ले आये। जैसे की कोई जादू हो गया अभी बिना चश्मे के उन्हें सामने सामान्य से पेड़ पौधे दिखाई दे रहे थे पर जैसे ही उन्होंने चश्मा लगाया वे क्या देखते है कि एक लड़की सामने उनसे विपरीत दिशा में मुंह करके बड़े ही गुस्से से जमीन खोद रही थी, वो अपने हाथों से खोद रही थी ।

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2 Comments

Anjali korde

10-Aug-2023 09:51 AM

Nice one

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Babita patel

07-Aug-2023 10:27 AM

Nice

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